पी के गुप्ता
नरकटियागंज। इंडो-नेपाल बॉर्डर की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाने वाली सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 44वीं वाहिनी नरकटियागंज न केवल सीमाओं की सुरक्षा में तत्पर है, बल्कि सामाजिक दायित्वों के निर्वहन में भी अग्रणी भूमिका निभा रही है। इसी क्रम मेंआज ई-समवाय नगरदेही के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय, घोरपकड़ी गांव में एसएसबी द्वारा एक साथ दो प्रशिक्षण कार्यक्रमों का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन 44वीं वाहिनी के कमांडेंट बलवंत सिंह नेगी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर 30 दिनों के बेसिक कंप्यूटर कोर्स तथा सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। सीमावर्ती क्षेत्र के युवाओं और युवतियों को रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से 20 प्रशिक्षुओं को बेसिक कंप्यूटर कोर्स एवं 24 प्रशिक्षुओं को सिलाई प्रशिक्षण दिया जाएगा। कंप्यूटर प्रशिक्षण के लिए प्रतिभागियों को किताबें प्रदान की गईं, जबकि सिलाई प्रशिक्षण हेतु कैंची, मेजरिंग टेप, मेजरिंग स्केल आदि सामग्री वितरित की गई। बेसिक कंप्यूटर कोर्स घोरपकड़ी गांव में तथा सिलाई प्रशिक्षण ई-समवाय सिरसिया में संचालित किया जाएगा।कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बॉर्डर इलाके के लोगों को रोजगार से जोड़ना एवं आत्मनिर्भर बनाना है। एसएसबी समय-समय पर सीमावर्ती क्षेत्रों में महिलाओं को सशस्त्र बलों में भर्ती हेतु प्रेरित करने, “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान”, “नशा मुक्त भारत अभियान”, “पर्यावरण संरक्षण”, “रक्तदान शिविर”, “मधुमक्खी पालन” आदि विषयों पर भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करती रहती है। इस मौके पर 44वीं वाहिनी के उप कमांडेंट ज्ञानेंद्र कुमार, सहायक कमांडेंट सुश्री नवीन कुमारी, सहायक कमांडेंट सागर मलिक, निरक्षक सामान्य रणविजय सिंह, प्रवीण कुमार, बलवंत सिंह जडेजा, भंगहा थाना प्रभारी रौशन कुमार, स्थानीय मुखिया ममता देवी, विद्यालय के प्राचार्य आफताब आलम कुमार एवं अनेक गांव के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।












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