शर्मसार हुआ लोकतंत्र: सांसद अजय मंडल ने पत्रकारों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा

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🔵 गालियां भी दीं, पुलिस तमाशा देखती रही.
🔵भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ ने सांसद के निलंबन की मांग की.


ब्यूरो
भागलपुर/पटना: भागलपुर से लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. भागलपुर के जदयू सांसद अजय मंडल ने पत्रकारों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा है। इस दौरान सांसद ने भद्दी गालियां भी दी हैँ. पत्रकार मुख्यमंत्री के दौरे को कवर करने के लिए खड़े थे। इसी दौरान उनके साथ मारपीट हुई। रिपोर्टर और कैमरा मैन को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।पत्रकार ने बताया कि ‘मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर प्रशासन तैयारियां कर रहा था। हम इसे कवर कर रहे थे। इसी दौरान एक गाड़ी आई। उसके आगे सांसद लिखा था। गाड़ी में उस वक्त सांसद नहीं थे। सांसद एयरपोर्ट में तैयारियों का जायजा ले रहे थे।थोड़ी देर में गाड़ी वापस आई। उसमें सांसद अजय मंडल भी बैठे थे। गाड़ी रुकते ही वो हमारी ओर दौड़े और अपने साथियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने हमें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। मैं नीचे गिर गया तो ऊपर चढ़कर मारने लगे। मेरे कैमरा मैन के साथ भी मारपीट की गई।’सांसद के इस बर्ताव को जब पत्रकार और कैमरा मैन ने रिकॉर्ड करना शुरू किया तो उन्होंने दोनों के मोबाइल फोन तोड़ दिए। पूरी घटना का वीडियो वहां मौजूद बाकी पत्रकारों ने रिकॉर्ड कर लिया। जो अब तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस घटना के बाद पत्रकारों ने सांसद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
इस मामले में सांसद अजय मंडल ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कटिहार गए थे। हमें पता चला कि वो भागलपुर में लैंड करेंगे। उनसे मिलने एयरपोर्ट के लिए निकले थे। गेट के पास सिक्योरिटी चेक करा रहे थे। मैंने अपनी गाड़ी का शीशा उतारा और साइड में खड़े पदाधिकारी से बात कर रहे थे। मेरे पीछे बॉडीगार्ड था।’तभी एक आदमी आया और मेरे वाहन के शीशे को काफी जोर से नॉक करने लगा। बॉडीगार्ड ने उतरकर उसे पीछे किया। इतने में वो लड़खड़ा कर गिर गया। उनसे पूछा भी कि क्या बात है, इतने में उनकी तरफ से दूसरा आदमी आया और मेरे बॉडीगार्ड को धक्का दे दिया, जिससे वह नीचे गिर गया।’जिसको लेकर मामला बिगड़ गया। सिपाही ने भी उस आदमी को धक्का दिया, फिर हमारे बाकी बॉडीगार्ड आए और विवाद बढ़ गया। मैंने गाड़ी से देखा कि सभी उलझ गए हैं तो मैं उतरा और उनको आपस में मारपीट करने से रोका। जो आदमी गिरा था, उसे उठाया भी, बस इतना सा ही मामला है। मैंने अपने बॉडीगार्ड को गाली दी है, किसी और को कुछ नहीं कहा है। उन लोगों में दोनों तरफ से गाली-गलौज हो रहा था। मैंने किसी को गाली नहीं दी है।
हालंकि सांसद का बयान और पत्रकारों की रिकॉर्डिंग में कहीं कोई तालमेल नहीं है. तस्वीर में सांसद के हाथ में डंडा साफ़ देखा जा सकता है. इस घटना की भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ ने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की है. राष्ट्रीय सचिव एस एन श्याम, प्रदेश अध्यक्ष कुमार निशांत, प्रदेश महासचिव सागर सूरज, जयप्रकाश नारायण, अजय कुमार एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य संजीव जायसवाल ने मुख्यमंत्री नितिश कुमार से पूरी घटना के उपरांत चुप्पी साधने पर पूछा है कि आपातकाल से नेता बनकर उभरे बिहार के मुख्यमंत्री इस प्रकार की कार्रवाई का समर्थन कैसे कर सकते हैं ? पूरी घटना को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक पाण्डेय एवं राष्ट्रीय महासचिव शाहनवाज़ हसन ने कड़ी निंदा करते हुए इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया है और मामले की जांच होने तक लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से सांसद के निलंबन की मांग की हैँ.

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