हरिद्वार। मां शक्ति की आराधना का पर्व नवरात्रे इस बार 22 नवम्बर से आरंभ हो रहे हैं। सनातन धर्म में नवरात्रों का विशेष महत्व है। इस बार एक नवरात्र अधिक पड़ रहा है। चतुर्थी तिथि में वृद्धि के चलते नवरात्र इस बार दस दिन के होंगे। इस बार नवरात्रे में मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आ रही है, जिसको बहुत ही शुभ माना गया है। 22 सितम्बर से 1 अक्टूबर तक चलने वाले नवरात्रि पर्व को लेकर ज्योतिषविदों का मत है कि हाथी पर सवार होकर मां दुर्गा का आगमन सुख, समृद्धि और उन्नति का प्रतीक है। यह संकेत देता है कि देश एवं घर में धन-धान्य की कोई कमी नहीं रहेगी। ऐसे अवसर पर घटस्थापना और पूजा का शुभ मुहूर्त अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
इस साल प्रतिपदा तिथि 22 सितंबर को रात 01. 23 बजे से 23 सितंबर को 02. 55 बजे तक रहेगा। घटस्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 06. 09 से 08. 06 बजे तक है। इसके अतिरिक्त अभिजित मुहूर्त सुबह 11.49 से दोपहर 12.38 तक रहेगा। घटस्थापना की कुल अवधि लगभग 49 मिनट की है।
इस बार नवरात्रे में 22 सितंबर प्रतिपदा, 23 सितंबर द्वितीया, 24 सितंबर तृतीया, 26 व 27 सितंबर चतुर्थी, 27 सितंबर पंचमी, 28 सितंबर षष्ठी, 29 सितंबर महा सप्तमी, 30 सितंबर महा अष्टमी व 1 अक्टूबर को महा नवमी होगी, तथा 2 अक्टूबर को बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व विजयादशमी मनाई जायेगी।वैसे तो शुक्ल योग को कार्यसिद्धि और मंगलकारी योग माना जाता है। ऐसे में इस समय किए गए कलश स्थापना और मां दुर्गा के आह्वान को विशेष फलदायी बताया गया है। फिर भी देश काल की परिस्थितियों को ध्यान में रखा जाना भी जरूरी है, इसलिए विशेष सावधानी भी बरतें। मां दुर्गा सबका मंगल करेगी। ऐसी सभी को कामना करनी चाहिए।












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