भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान: नरेंद्र दत्त

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केपीएस चौहान

हरिद्वार। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने जिला कारागार के सहयोग से कारागार में संविधान दिवस एंव बन्दियों के अधिकारों के विषय पर एक विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं प्राधिकरण के अध्यक्ष व जनपद न्यायाधीश कि नरेंद्र दत्त ने शिविर का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर श्रीदत्त ने कहा कि आज हम लोग स्वतंत्रता पूर्वक जीवन जी रहे हैं, यह संविधान की देन हैं। संविधान में प्रत्येक व्यक्ति के अधिकारों की व्यवस्था की गई है, चाहे वह निर्बल, निर्धन व असहाय ही क्यों ही न हो। भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। शिविर में जिला कारागार के वरिष्ठ अधीक्षक मनोज आर्य ने अतिथियों मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संदीप कुमार, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अविनाश कुमार श्रीवास्तव, प्राधिकरण की सचिव सिमरनजीत कौर का स्वागत किया गया। शिविर में कारागार में निरूद्ध बन्दियों ने देश भक्ति की कब्बाली सुनाकर सभी श्रोतागण को मन्त्र मुग्ध कर दिया। इस अवसर पर अन्य बन्दियों ने नशा मुक्ति व संविधान पर नुक्कड नाटक प्रस्तुत कर सार्थक संदेश प्रस्तुत किया गया। अनेक विधि विश्वविद्यालय / कॉलेज से आये विधि के छात्र/छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक, भाषण व कला प्रतियोगिता में संविधानिक अधिकार व कर्तव्यों के विषय पर अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता संगीता भारद्वाज ने किया गया। कार्यक्रम मे सुधीर कुमार, अरविन्द कुमार श्रीवास्तव व रमन कुमार सैनी, रजिया अख्तर, आदिल अली तथा विधि कॉलेज के अध्यापक व छात्र-छात्राएं, प्राधिकरण के कर्मचारीगण और 650 बन्दी उपस्थित रहे।

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