पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती सुशासन दिवस के रूप में मनाई गई

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आर. के. जोशी

नोहर। स्थानीय सोनडी बस स्टैंड पर पूर्व प्रधान मंत्री  अटल बिहारी वाजपेयी की 101 वीं जयंती सुशासन दिवस के रूप में मनाई गई। इस अवसर पर राजस्थान में भाजपा सरकार के 2 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर नोहर विधानसभा में सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं की गांव गांव जाकर जानकारी देने वाले विकास रथ का एक पखवाड़े तक प्रचार प्रसार कार्यक्रम का भी विधिवत समापन हुआ। इस अवसर पर मुख्य वक्ता भारत माता आश्रम के महंत योगी रामनाथ अवधूत ने श्री वाजपेयी के जीवन के बारे में बताया कि उन्होंने अपनी शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्णकालिक प्रचारक बन गए। संघ संगठन की योजना से सन 1951 में उन्हें एवं पंडित दीन दयाल उपाध्याय ,बलराज मधोक, सुंदर सिंह भंडारी ,कुशाभाऊ ठाकरे, लाल कृष्ण आडवाणी को नए राजनीतिक दल भारतीय जनसंघ की स्थापना हेतु डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नेतृत्व में राजनीति क्षेत्र में भेज दिया। श्री अवधूत ने बताया कि अटल एक कुशल राजनेता के साथ अच्छे लेखक, कवि एवं पत्रकार एवं ओजस्वी वक्ता भी थे। उन्होंने कई पत्र पत्रिकाओं का संपादन कार्य भी किया था। अटल बिहारी वाजपेयी का संपूर्ण जीवन राष्ट्र के प्रति समर्पित था। इस अवसर पर पूर्व प्रदेश मंत्री काशी राम गोदारा ने सरकार की गरीबों ,मजदूरों किसानों ,महिलाओं एवं अन्य लोगों के लिए प्रदान की जाने वाली लोक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर जिला महामंत्री नन्द लाल वर्मा, शैलेन्द वर्मा मंडल अध्यक्ष अभिषेक पारीक ने भी सरकार के 2 वर्षों की उपलब्धि एवं जनसेवा के बारे में अपने विचार रखे। कार्यक्रम में सु शासन पखवाड़े के जिला सह संयोजक रमेश बेनीवाल, मंडल अध्यक्ष ओम बिजारनियां, राकेश पूनिया, कुलदीप सहू ,धर्मपाल मान, अदरीस गोरी, राजकुमार पारीक, कृष्ण जोशी, ओम लालवानी, राकेश हिसारिया, बेबी पारीक ,दशरथ गौड, मनीष सरावगी, मुरली छींपा, अजीत सिंह राठौड़ श्रवण रैगर, सुरेंद्र गालड एवं अन्य कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में महिलाएं एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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