अमित कुमार
हरिद्वार। आज विश्व मात्स्यिकी दिवस के अवसर पर मत्स्य विभाग हरिद्वार द्वारा साक्षी घाट हरिद्वार पर गंगा नदी में मत्स्य बीज संचय कर स्थानीय लोगों प्राकृतिक श्रोतों में मत्स्य संरक्षण के लिए जागरूक किया गया तथा कृषि विज्ञान केन्द्र, धनौरी, हरिद्वार के सहयोग से एक दिवसीय गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ नीलकांत, डॉ. अम्बरीष सिरोही एवं डॉ. रेनू के साथ-साथ मत्स्य विभाग से श्री जयप्रकाश, ज्येष्ठ मत्स्य निरीक्षक, श्रीमती प्रियंका रासो, मत्स्य निरीक्षक हरिद्वार, डॉ. अनुराग सेमवाल, मत्स्य निरीक्षक हरिद्वार तथा रेनू बेरिया, मत्स्य निरीक्षक हरिद्वार सहित अन्य प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के दौरान विश्व मात्स्यिकी दिवस के महत्व पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई तथा मत्स्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में किसानों और उपस्थित मत्स्य किसानों को जानकारी दी गई। अधिकारियों और वैज्ञानिकों द्वारा मत्स्य पालन की उन्नत तकनीकों, तालाब प्रबंधन, जल गुणवत्ता, आहार प्रबंधन एवं उत्पादकता बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम के अंत में निकट स्थित मत्स्य तालाब का भ्रमण कराया गया, जहाँ प्रतिभागियों को व्यावहारिक जानकारी देते हुए मत्स्य पालन की प्रक्रियाओं, वैज्ञानिक प्रबंधन तथा क्षेत्र में उपलब्ध संभावनाओं पर मार्गदर्शन प्रदान किया गया। कार्यक्रम में NFDP एवं KCC हेतु भी आवेदन प्राप्त किए गए। कार्यक्रम का उद्देश्य मत्स्यपालकों को जागरूक करना एवं मत्स्य क्षेत्र के सतत विकास को बढ़ावा देना रहा, जिसे सभी प्रतिभागियों द्वारा सराहा गया।











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