घर के बाहर खेलते बच्चे बाल – बाल बच्चे
डॉ हिमांशु द्विवेदी।
हरिद्वार।भेल उप नगरी में पेड़ गिरने का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है होली के बाद खराब मौसम के चलते तेज हवा के कारण एक सूखा पेड़ ई टी हॉस्टल के मकान में भर भरा के गिर पड़ा। खेलते बच्चे बाल- बाल बचे । विदित हो कि एक माह पूर्व मध्य मार्ग पर पेड़ गिरने से एक युवती की मृत्यु हो गई थी।
उसके बाद भेल प्रबंधन की कुंभकरण नींद खुली और उन्होंने मध्य मार्ग पर 200 जर्जर पेड़ काट डाले इसी बीच सी एफ एफ पी गेट के पास एक यूकेलिप्टस का पेड़ पुनः गिर गया ,गनीमत रही कि उससे कोई जनहानि नहीं हुई लेकिन जिससे घंटों रास्ता अवरुद्ध रहा। और लोगों को घर पहुंचने के लिए बहुत लंबे रास्ते का चक्कर काटने पर विवश होना पड़ा। इतना ही नहीं भेल के मध्य मार्ग पर आज भी अनेक जर्जर पेड़ खड़े है जो कि हादसे का इंतजार कर रहे हैं। होली के बाद उत्तराखंड सरकार ने एक दिन का स्कूलों का अवकाश की घोषणा कर दिया था ।
जिस कारण बच्चे स्कूल नहीं गए और घर के बाहर खेल रहे थे। इसी बीच सुबह 10 बजे के लगभग तेज हवाएं चलने से ई टी हॉस्टल के मकान में स्थित एक सूखा पेड़ भरभरा कर गिर गया। लेकिन गनीमत रही कि बच्चे बाल- बाल बच गए । भेल कारखाने में कार्यरत इंजीनियर रंजीत ने बताया कि उनके घर पर एक सूखा पेड़ वर्षों से खड़ा है जिसकी शिकायत संपदा विभाग में 20 दिन पूर्व मेल द्वारा की गई थी कि उसको तुरंत हटाया जाए,लेकिन संपदा विभाग की लापरवाही के चलते आज तेज हवा के चलते पेड़ गिर गया बच्चे बाल – बाल बच गए । भेल में अनेकों जगह ऐसे ही सूखे पेड़ खड़े हैं जो कि हादसों को दावत दे रहे हैं।
सेक्टर 1 मार्केट मंदिर के पास वर्षों से एक पेड़ सुरेश गर्ग की दुकान दुकान के ऊपर आधा गिरा पड़ा है। जिसकी शिकायत संपदा विभाग में 6 महा पूर्व मे की गई थी लेकिन शिकायत पर आज तक गौर नहीं किया गया जो कभी भी दुकान पर गिर सकता है और बड़ा हादसा हो सकता है । हादसे के बाद भेल के नगर प्रशासक से वार्ता करने का दूरभाष पर प्रयास किया गया लेकिन प्रयास विफल रहा ।
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