ईश्वर की सर्वोच्च रचना है स्त्री: प्रेमा पांडे

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ईश्वर की सर्वोच्च रचना है स्त्री: प्रेमा पांडे

रमेश राम चंपावत। महिला दिवस प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को मनाया जाता है और इसका उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उन्हें सम्मान देना है। महिलाओं ने इतिहास में हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी है, चाहे वह शिक्षा हो, राजनीति हो, विज्ञान हो या खेल का मैदान।
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग चंपावत द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर गोरल चौड़ मैदान के निकट ऑडिटोरियम हॉल चंपावत में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती प्रेमा पांडे द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। उन्होंने कहा कि ईश्वर की सर्वोच्च रचना स्त्री है, जो अपने आप में सृजन की शक्ति रखती है। उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का संदेश दिया।
इस अवसर पर जनपद में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 15 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को तथा डिटॉल इंडिया की तरफ से भी उत्कृष्ट कार्य करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शिक्षा विभाग स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा उपस्थित लोगों को विभिन्न महत्वपूर्ण जानकारियां भी दी गई। इस दौरान 3 दिवसीय पोषण कार्यक्रम का भी समापन किया गया।
कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेंद्र प्रसाद बिष्ट ने कहा कि यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः’ यानी जहां पर नारी का सम्मान होता है, वहां देवताओं का वास होता है।
इसके अलावा उनके द्वारा प्रजेंटेशन के माध्यम से देश में तेजी से घट रहे हैं लिंगानुपात पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम में जनपद की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों समेत 150 से अधिक लोगों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

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